सरहद और धर्म के परे
एक दुनिया है
जहाँ हम पाक हैं
सब साफ़ हैं
सुर्ख लाल खून हैं
हल्की गर्म सांस हैं
हम हिन्दू भी हैं और हैं मुसलमाँ भी
हम यहूदी भी और इसाई भी
हमने गीता भी पढ़ी, पढ़ा क़ुरान भी
हम ब्रह्मा भी हैं और अल्लाह भी
हम ही बिग-बैंग भी
हम ईरानी भी हैं और अमेरिकी भी
इज़राएली भी फ़िलिस्तीनी भी
हाऊदी और सऊदी हम ही
हिन्दुस्तानी भी और पाकिस्तानी भी
हम चीनी भी ताईवानी भी
हम ही किम और मून के कोरियाई हैं
हम रोहिंग्या भी हैं
उईघुर भी हम ही
हम मेक्सिकन भी और हम ही बांग्लादेशी
हम ही तमिल और हम ही हुतू
हम ट्रंप हैं, हाँ हम बाइडेन भी हैं
हम नेतन्याहू भी हैं, हम गान्त्ज़ भी हैं
हम बोल्सोनारो हैं, हम लुला भी हैं
हम ही राहुल हैं और हम ही मोदी भी हैं
हम ही अब्दुल्लाह हैं और हम ही घनी
हम लुकाशेंको भी, हम तिखानौस्काया भी
हम ही नवाल्नी और पुतिन दोनों
तात्मादाव हम, सू की भी हम
हम अल्काएदा भी हैं
और एफ़-बि-आइ भी हम ही हैं
हम राम मंदिर हैं
हम हगिया सोफ़िया भी हैं
सरहद और धर्म के परे
एक दुनिया है
एक दुनिया है आकाश में भी
एक दुनिया है समुद्र तल में
एक दुनिया है नदी तट पर
भूगोल की भी दुनिया है
इतिहास में भी दुनिया है
यहाँ हम ही गाँधी हैं और
गोडसे भी हम ही
बाबर हम इब्राहिम लोदी हम
पानीपथ घर भी हमारा
हम गौड़ के शशांक
महाबोधि पेड़ भी हमारी
हम मौर्य हैं और धनानंद भी
पाटलिपुत्र भी है हमारी
शिया भी हम सुन्नी भी हम
भक्ति भी हम सूफ़ी भी हम
हम ही नयनर हम ही अलवर
राम और रावण दोनों ही हम
कल कंस आज कृष्ण भी हम
सही और ग़लत से परे
मन के तारों में उलझे
हम ही भूखे, चोर भी हम ही
हम ही सेवक, घुसखोर भी हम ही
हम आम और ख़ास भी हम
हम हत्यारे, लाश भी हम
हम ही तो हैं सब
सरहद और धर्म के परे
सही और ग़लत के बादलों के ऊपर
शांत और चंचल
हैवान हैं हम
भगवान हैं हम
हम ही हैं
बस हम
तुम ना थे ना हो ना होगे
तुम हम हो और हम तुम
तो बस हम ही हैं
सरहद और धर्म के परे
गलियों में
मोहल्लों में
कस्बों में
शहरों में
हर वतन में
और हाँ, अंतरिक्ष में भी
कविताओं में
कहानियों में
विचारधाराओं में
सब हम ही तो हैं
सब हम हैं